होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। स्कूल बस प्रबंधकों की उदासीनता के चलते आए दिन बच्चे व सटाफ सदस्य और आम लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा जब भी कोई हादसा होता है उसके बाद थोड़े दिन तो सख्ती की जाती है, मगर बाद में फिर से हालात ज्यूं के त्यूं हो जाते हैं।
इसलिए जरुरी है कि प्रशासन स्कूल बस प्रबंधकों की मनमानियों को रोकने और चालकों को पूरी सिखलाई देने हेतु एक अलग से विंग की स्थापना करे और स्कूल बस हादसो को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए। उक्त बात जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रवि गुप्ता ने टांडा में हुए स्कूल बस हादसे पर चिंता प्रकट करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के साथ-साथ स्कूल प्रबंधकों का भी फर्ज बनता है कि वे बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ को रोकने के लिए वे भी अपनी जिम्मेदारी को समझें। रिव गुप्ता ने कहा कि साल में एकाध माह ट्राफिक नियमों के तहत जागरुकता सप्ताह चलाने से कोई बात नहीं बनेही, इस जागरुकता अभियान को पूरा साल चलाया जाना समय की मांग है।
उन्होंने कहा कि स्कूल बस चालकों को नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए ताकि उनकी व बच्चों की जिंदगी को कोई खतरा पैदा न हो।