होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। मिनी सचिवालय के मुख्य गेट के समक्ष 31 मई दिन वीरवार को जमकर राजनीतिक ड्रामा देखने को मिला। कांग्रेस और भाजपा की तरफ से धरना दिए जाने की खबर मिलने के बाद भी प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम न किए जाने के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई। मगर, गनीमत रही कि दोनों पार्टियों में किसी तरह का टकराव नहीं हुआ और दोनों तरफ से हुई नारेबाजी और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चलने के काफी देर बाद मामला शांत हो गया। इस दौरान जहां कांग्रेस ने भाजपा को जमकर कोसा और नारेबाजी की और कई नेताओं को गेट फांद कर अंदर जाना पड़ा वहीं भाजपा नेताओं ने गेट के पिल्लरों पर खड़े होकर कांग्रेस को खूब कोसा।
कांग्रेसी और भाजपा नेता व कार्यकर्ता हुए आमने सामने, एक दूसरे के खिलाफ खूब की नारेबाजी
वीरवार को कांग्रेस की तरफ से मिनी सचिवालय के समक्ष केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाना था, तो दूसरी तरफ भाजपा की तरफ से एक मामले को लेकर पुलिस के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जाना था। भाजपा वाले रोष प्रदर्शन करते हुए जब मिनी सचिवालय के मुख्य गेट पर पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके पहले कि वे अंदर जाते इसी बीच प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसी भी जिलाधीश को मांगपत्र देने हेतु वहां पहुंच गए। दोनों पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता एक ही जगह पर एकत्रित हो गए और दोनों तरफ से एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरु हो गई। मौके पर खड़े अधिकारी और पुलिस मूक दर्शक बनकर राजनीतिक ड्रामा देखती रही।
कांग्रेसियों ने फांदा गेट तो पिल्लरों पर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे भाजपाई
वहीं मौके पर मौजूद नवनियुक्त जी.ए. टू डी.सी. समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर यह क्या हो गया और वे क्या करें। इससे पहले कि कोई अधिकारी इस संबंधी कोई निर्णय लेता कांग्रेसी विधायकों ने गेट फांदा और अंदर चले गए। कुछ देर तक चले इस राजनीतिक ड्रामे को देखने के लिए वहां से गुजर रहे लोग तथा मिनी सचिवालय में आए लोगों के अलावा कार्यालयों में तैमात कर्मचारियों ने बालकनी से सारा ड्रामा देखते हुए खूब चुटकियां भरी।