बछवाड़ा (बेगूसराय), रिपोर्ट: राकेश शर्मा। बेगूसराय में गिरिराज की जीत के साथ चुनाव अभियान की ईतिश्री हो गई । मगर 2019 का यह चुनाव अभियान की कई घटनाएँ जो याद आती रहेगी। लगभग सभी पार्टियों ने प्रचार के दौरान सारी हदें पार कर दी । गांव देहात के माहौल एवं पंचायत 9 प्रखंडों में काम करने वाले छुटभैये नेताओं ने भी बहुरूपिए से कम अभिनय नहीं किया । इन बहुरूपिए को परख करने में प्रत्याशियों के भी पसीने छूटते रहे । मगर ये बहुरूपिए भी कम नहीं, घंटे भर में तीन-चार पार्टियों का झंडा बुलंद करना कोई बच्चों का खेल नहीं था।
पंचायतों के इन छुटभैये नेता दस-बीस लोगों को किराए पर लेकर उम्मीदवारों को चकमा देकर उनसे खर्चा वसूली की परंपरा को जन्म दे डाला है। सबसे ज्यादा यादगार चुनाव के दौरान गिरिराज सिंह के पक्ष चुनाव प्रचार करने आए नितिश कुमार के मंच पर रेलवे लोहिया मैदान बछवाडा़ में क्षेत्र का नामी-गिरामी अपराधी अजय महतो मंच नजऱ आया । जिसके कारण क्षेत्र मे चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
हलांकि उक्त अपराधी मुख्यमंत्री हीं नहीं जदयू के प्रखंड अध्यक्ष के सजातिय है। आश्चर्य की बात यह रही कि मुख्यमंत्री सुरक्षा दल में शामिल अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी के जारी सुची के अनुकूल हीं लोगों को मंच पर चढने दिया जा रहा था। जबकि उक्त सुची में उक्त अपराधी का नाम भी दर्ज नहीं था। गौरतलब यह भी है कि पुर्व से हीं एसपी बेगूसराय के द्वारा जिला बदर एवं सी.सी. एक्ट की कार्यवाई की जा चुकी है ।