होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गुरजीत सोनू। सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल लक्ष्मी एन्क्लेव होशियारपुर में आज विश्व डाक दिवस मनाया गया। प्रिंसिपल सुशील सैनी के नेतृत्व में स्कूल छात्रों ने डाकघर होशियारपुर का शैक्षणिक टूर लगाया। इस दौरान डाकघर के कर्मचारियों ने छात्रों को डाकघर में पूरा दिन होने वाले कार्य जैसे बाहर से आने वाली चिट्ठियों, रजिस्ट्रीयों, पार्सल व मनीआर्डर को उनके सही पते पर पहुंचाने के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रिंसीपल सैनी ने छात्रों को विश्व डाक दिवस के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बेशक आज इंटरनेट, ईमेल, मोबाईल, एस.एम.एस और कुरियर के जमाने में पोस्ट ऑफिस का चलन बहुत कम हो गया है फिर भी बर्थडे कार्ड, राखियों से लेकर बहुत से जरूरी कागजात हम तक पहुंचाने का काम भारतीय डाक सेवा विभाग ही करता है।
भारतीय डाक सेवा ने 1 अक्तूबर 2004 को ही अपने सफर के 150 वर्ष पूरे कर लिए। अपने देश में 1766 में लार्ड क्लाइव ने पहली बार डाक व्यवस्था स्थापित की थी। फिर 1774 में वॉरेन हेस्टिंग्स ने कलकत्ता में प्रथम डाकघर स्थापित किया था। इसके साथ ही चिट्ठियों को पोस्ट करते समय उस पर लगाए जाने वाले स्टैंप्स की शुरुआत अपने देश में 1852 में हुई थी।