होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पालीथिन के प्रति बच्चों को जागरुक करने के लिए भारत विकास परिषद की तरफ से डी.ए.वी. सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जागरुकता कार्यक्रम करवाया गया। प्रधान राजिंदर मोदगिल की अगुवाई में करवाए गए इस कार्यक्रम में प्रांतीय कनवीनर (नेत्रदान, पश्चिम पंजाब) प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा व स्कूल की प्रिंसिपल मोनिका सूद विशेष तौर से उपस्थित हुए। इस मौके पर बच्चों को संबोधित करते हुए संजीव अरोड़ा ने कहा कि पालीथिन का प्रयोग न करने के प्रति लोगों को जागरुक करने में बच्चे अहम भूमिका अदा कर सकते हैं।
डी.ए.वी. स्कूल में पालीथिन का प्रयोग न करने के प्रति भाविप ने बच्चों को किया जागरुक
उन्होंने कहा कि बच्चे इस समस्या के प्रति जागरुक होंगे तो वे घर व आस-पड़ोस के लोगों को भी जागरुक कर सकेंगे, जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द आने शुरु होंगे। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद द्वारा पिछले लंबे समय से इस बढ़ती समस्या के प्रति लोगों को जागरुक किया जा रहा है और शिक्षण संस्थाओं में जाकर बच्चों और युवाओं को पालीथिन का प्रयोग न करने के प्रति प्रेरित किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रधान राजिंदर मोदगिल ने कहा कि पालीथिन एक ऐसी समस्या है जिसे जड़ से खत्म करने के लिए सबसे पहले हमें इसके प्रयोग पर अंकुश लगाना होगी जोकि हम सभी की पहल से ही संभव है। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज़ पालीथिन के प्रयोग को रोकने के लिए सरकार द्वारा काफी प्रयास किए जा रहे हैं और यह तभी सफल होंगे जब हम इसमें सहयोग करेंगे। प्रिं. मोनिका सूद ने इस महत्वपूर्ण विषय पर बच्चों को सुचेत करने हेतु परिषद के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्कूल की तरफ से भी समय-समय पर बच्चों को पालीथिन से बढ़ रहे प्रदूषण के प्रति जागरुक किया जाता है तथा प्रैक्टिकल के माध्यम से इसके दुष्प्रभाव समझाए जाते हैं।
इस अवसर पर राजेश कुमार, अश्विनी कुमार, संजीव बख्शी, संतोष कुमारी, सरिता, अल्का रामपाल, प्रिया के अलावा परिषद की तरफ से एच.के. नकड़ा, दविंदर अरोड़ा, रमेश भाटिया, दीपक मेहंदीरत्ता, मा. गुरप्रीत सिंह, विजय अरोड़ा, तरसेम मोदगिल, कुलवंत सिंह पसरीचा, राज कुमार मलिक, कुलविंदर सिंह सचदेवा, पवन अरोड़ा, रविंदर भाटिया, विपन शर्मा व अन्य मौजूद थे।