जम्मू/कश्मीर (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के चलते जनजीवन प्रभावित है। कश्मीर घाटी में 24 घण्टों के दौरान करीब 9 जगह हिमस्खलन और बर्फीले तूफान की चमेट में आकर आधा दर्जन सुरक्षा कर्मियों सहित 12 लोगों की मौत गई। बचाव दल के समय रहते 40 लोगों को बचा लिया गया। इसमें तीन की हालत नाजुक बनी हुई है। हिमस्खलन में तीन सैन्य चौकियां व पांच मकान भी क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिल पाई है। कुपवाड़ा जिले के नैगाम सेक्टर में बीएसएफ के एक, मच्छल सेना के चार, और करनाह में एक जवान बर्फबारी की चपेट में आने से शहीद हुए हैं।
– अस्पताल में मां-बच्चा दोनों स्वस्थ्य, एक दर्जन जिंदगियां बर्फ में दफन, बचाव कार्य जारी
वहीं आम सेवाओं के लिए भी लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। लोगों के इस संघर्ष में भारतीय सेना भी उनके साथ खड़ी है। इसकी बानगी देखने को मिली जब एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए जवान घंटों बर्फ पर साथ चलते रहे। गौरतलब है कि हिमस्खलन की चपेट में आकर पिछले चार साल के दौरान 74 भारतीय जवान शहीद हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सेना को बधाई दी है। भारतीय सेना के चिनार कॉप्र्स की ओर से जानकारी दी गई कि भारी बर्फबारी के बीच एक गर्भवती महिला शमीमा को अस्पताल ले जाने की जरूरत आ पड़ी। इस दौरान चार घंटे तक 100 से ज्यादा सेना के जवान और 30 आम नागरिक शमीमा अख्तर के साथ चलते रहे। शमीमा को स्ट्रेचर पर बर्फ से होकर ले जाया जा रहा था।
बच्चे का जन्म अस्पताल में हुआ और अब मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। इस पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर सेना की बहादुरी की मिसाल दी। उन्होंने लिखा, ‘हमारी सेना को उसकी वीरता और प्रफेशनलिज्म के लिए जाना जाता है और मानवता के लिए भी। जब भी लोगों को जरूरत होती है, हमारी सेना हर संभव चीज करती है। हमारी सेना पर गर्व है।’ उन्होंने शमीमा और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए कामना भी की।