होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन विज्ञानिक जिला होशियारपुर की बैठक प्रधान जतिंदर सिंह सोनी की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत हुई। इस बैठक में यूनियन के सीनियर पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने की रणनीति बनाई गई। यूनियन नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार साडे 3 वर्षों से ना तो कर्मचारियों के प्रति कोई अच्छी सोच दरशा रही है। सबसे पहले यूनियन नेताओं ने स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार अध्यापकों को घर बैठे वेतन नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि कभी सरकार उनकी ड्यूटी माइनिंग रोकने के लिए लगा देती है तो कभी शराब की फैक्ट्रियों से नाजायज बिकने वाली शराब को रोकने के लिए ड्यूटी लगाई जाती है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार वेतन आयोग की अवधि 6 माह बड़ा कर कर्मचारी विरोधी होने का सबूत दे रही है। पहले ही पंजाब सरकार 3 डीए की किस्त जारी नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि अफसरशाही कर्मचारियों के हित में कोई फैसला नहीं ले रही। 143 माह का बकाया नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार 3 वर्षों में कर्मचारी हितों में कोई फैसला लेने में नाकाम रही है। जिस कारण कर्मचारियों में निराशा पाई जा रही है। एक तरफ सरकार खजाना खाली होने का रोना रो रही है तो दूसरी तरफ अपने चहेतों को चेयरमैन वाइस चेयरमैन सीनियर वाइस चेयरमैन डायरेक्टर व अन्य पदों पर प्रयुक्त कर रही है। इनके लिए पैसा कहां से आ रहा है। इस मौके पर सरपरस्त मदन लाल सैनी, कृष्ण गोपाल, मनोज कुमार दत्ता, हंसराज, प्रितपाल सिंह अमरजीत सिंह, प्रदीप अग्निहोत्री, कमल किशोर, बलजीत सिंह आदि भी उपस्थित थे।