राजौरी (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। जम्मू-कश्मीर के जिला राजौरी शहर को लैंड ऑफ़ किंग कहा जाता है। क्योंकि, राजौरी नगर व आसपास में राजा महाराजाओं का कभी बसेरा था और राजौरी का वातावरण शुद्ध था और गंदगी व कचरे से लोग कोसों दूर थे। लेकिन कुछ समय से संबंधित विभाग और प्रशासन में कुछ लापरवाह भ्रष्ट अधिकारियों ने राजौरी में धांधली के कार्य को बढ़ावा देते हुए राजौरी नगर व आसपास का नक्शा ही बदल दिया।
नक्शा बदलने से भाव विकास नहीं बल्कि उसे बर्वाद कर के रख दिया गया है, जो लगातार बिना किसी कार्रवाई व रोकटोक से जारी है। प्रशासन आडर तो जारी कर देता है, लेकिन उसे जमीनी स्तर पर अमलीजामा नहीं पहनाया जाता केवल हर बार आडर पर आडर। प्रशासन की अनदेखी के चलते राजौरी का शहर दिन व दिन सुकड़ता जा रहा है। एक दुकानदार अगर अवैध ढंग से सडक़ गली में अतिक्रमण करता है तो उसे भी पूछने वाला कोई नहीं है क्योंकि उससे हफ्ता सेट है, नहीं तो अवैध कार्य को कोई अनदेखा नहीं करता जो लंबे समय से चल रहा है। शहर का गंदगी-कचरा, फिर से शहर की नदी नालों व खुले में फेंका जा रहा है अवैध ढंग से नदी नाले में गिराई जा रही गंदगी नदी में बहते पानी व पर्यावरण को दूषित तो कर ही रहा है। कूड़े कचरे से व उससे उठने बाली बदबू से आस पास के लोगों के साथ आवाजाही करने बाले लोगों को भी मजबूरन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। और मवेशी अक्सर कूड़े कचरे को निगलते देखे जा सकते हैं। सीधे तौर पर कहें कि मोटी रकम बसूल गैर कानूनी ढंग से कार्य करने की खुली छूट है। और सरकारी आदेश के खिलाफ कार्य करने पर संबंधित विभाग के जो भ्रष्ट अधिकारी हैं वह मुंह मोड़ देते हैं। जिससे अवैध कार्य व धांधली अपने पैर पसार कर फलफुल रही है। प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर भ्रष्ट अधिकारियों के हौसले दिन व दिन बुलंद हैं। उन्हें किसी भी कार्रवाई का तिनका भर भी खोफ नहीं। अगर बात सिर्फ जिला के पंचायतों व गांवों कस्वे को छोड़ कर, राजौरी नगर परिषद के अंतर्गत नदी-नाले, सडक़ , गलियों की करें तो वह दिन व दिन सुकड़ती ही जा रहीं हैं। जैसे कि पहले भी बता चुके है कि अतिक्रमण लगातार जारी है। और वह फलफूल रहा है।
जहां तक कि नगर परिषद राजौरी सूर्य उगने से पहले व रात का फायदा उठाते हुए राजौरी शहर का सारा कूड़ा कचरा, मलमूत्र लोगों व कुछ ईमानदार अधिकारियों से छुपाते हुए नया बस अड्डा सलानी राजौरी के समीप और पास में बहती नदी में डाल देता है ।अवैध ढंग से नदी व खुले में मध्यरात्रि व 2-3 बजे के करीब अवैध ढंग व पास में ही गंदगी फेंकने के अलग से शाबासी के तौर पर सफाई कर्मियों व वाहन चालक जो गेर कानूनी गंदगी व कूड़े को फेंकने जाते हैं उन्हें हर रोज इनाम दिए जाते हैं। इनाम यानी रुपए। जहां तक कि शहरी विकास योजनाओं का लाभ भी संबोधित विभाग अधिकारी कंजूसी के साथ आनाकानी व दर्जनों चक्कर लगाने पर जरूरतमंद लोगों को देता है। नपा के अंतर्गत योजना के तहत बनाए गए गरीबों के हक के शौचालयों अमीर थमा दिए गए और कईं ऐसे गरीब लोग है जो गरीबी रेखा से नीचे जिंदगी बसर कर रहे है उन्हें सरकारी शौचालय नसीब नहीं हुए अगर हुए भी है तो वह भी आधे अधूरे। गलियों, नालियों का कुछ जगह कार्य अधर होने के बाबजूद भी जेई व अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से मोटी कमीशन लेकर कार्यों को अधर में ही छोड़ उसे सरकारी कागजों में पास कर पैसा डकार दिया गया और जमीनी सतह पर सब कुछ साफ देख खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार्य कितना हुआ है और पैसा कार्य पर कितना लगा यह अलग अलग वार्डों में हुए कार्य खुद दर्शाते हैं।
जहां तक कि स्ट्रीट लाइट्स के नाम पर भी लाखों की धांधली मिल रही है नपा चुनाव के उपरांत लोगों की उम्मीद बंदी थी कि नपा के अंतर्गत वार्डों में खोई हुई स्थिति हासिल होगी और विकास होगा, लेकिन दुर्भाग्य से जमीनी सतह पर रोज से देखे जाने बाली खुली तस्वीरें अलग ही बयां करती हैं। जिससे ईमानदार अधिकारी व आप निराश हो जाएंगे। आप लोग जैसे राजौरी नगर में प्रवेश करेंगे तो नदी नाले के किनारे गंदगी कूड़े कचरे के ढेर के दर्शन करने के साथ ही बदबू का सामना जरूर करना पड़ेगा। लेकिन यह बदबू उनतक नहीं पहुंचे गी जो एयर कंडीशनर (ए.सी) गाडिय़ों में बैठ कूड़े बाले क्षेत्र में आवाजाही करते है और इन्हें कूड़ा गंदगी भी नजर नहीं आती। यानी देख कर भी मुँह मोड़ देते है शायद उन्हें पता नहीं कि हमारी ड्यूटी क्या है। लोगों ने कहा कि लापरवाही बरतने बाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कई बार प्रशासन को भी अवगत करवा चुके हैं। डीसी राजौरी से मांग है कि वह डीसी की पवार का इस्तेमाल करें। बड़ा हो गया लापरवाही बरतने बाले अधिकारियों के साथ लाड़ प्यार हम कार्रवाई चाहते हैं। एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी देते हुए बताया कि संबंधित अधिकारी पैसा लेकर निर्माण कार्य अधर में पूरा शो कर बिल पास और डीसी द्वारा जारी आडर की उल्लंघना कर दुकान, मकान के नक्शे पास कर देते हैं। सफाई कर्मचारीयों को जबरन रात को उठाकर व पैसे का लालच देकर कचरे- गंदगी को बस अड्डा सलानी राजौरी व नदी में ही खुले में फेंक देने के लिए कहा जाता है व कईं बार नदी में बहते पानी में।
वहीं लोगों ने सीबीआई से जल्द से उचित जांच कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि धांधली कराने बाले के खिलाफ जांच एजंसियां क्यों कड़ा कदम उठाने से कतराती हैं। सेना क्षेत्र के पास बने बहुमंजिला इमारतों के अवैध कार्य, स्ट्रीटस व अन्य सामग्री की खरीद, गलियों नालियों के आधर में लटके कार्य जो सरकारी कागजों में पास हैं, स्वच्छ भारत मिशन या अन्य योजना के तहत बने शौचालय की जांच, सडक़ों , शहरी आवास योजना व नदी नालों, गलियों में अतिक्रमण की जल्द जांच कर भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, तो सीबीआई के खिलाफ सडक़ों पर उतर (प्रदर्शन) आंदोलन छेडऩे में देरी नहीं करेंगे। वहीं जिला में इसी तरह संबंधित विभाग के कुछ अधिकारी लापरवाही व कमीशन के चक्कर मे रुपए पैसा कमाने में बिना किसी खोफ में लगे हुए हैं जिसमें छोटे मुलाजिम भी पीछे नहीं हैं और कुछ जगह कार्य होने पर भी बिल पास नहीं होते जहां से भ्रष्ट कर्मियों को कमीशन नहीं मिलती। यह हो रहा है मात्र डीसी राजौरी के निचले स्तर के पद पर विरजमान कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की बजह से जो डीसी के सामने झूठे व फर्जी विकास कार्यों का कागजी चि_ा तैयार कर रखते हैं। जिसके चलते जनता की उम्मीदों पर नपा व संबंधित विभाग, प्रशासन विफल साबित हुआ। नपा के साथ साथ जिला राजौरी में सरकारी विकास कार्यों में कमीशन की लालच में दिन व दिन स्थिति खराब से बदतर होती जा रही हैं। गांवों की तो छोड़ों नगर की सडक़ों की हालत भी जर्जर है। लोगों ने डीसी राजौरी मोहम्मद नजीर शेख, उप राज्यपाल व सीबीआई से कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसी जा सके।