भाजपा ने पहली वर्षगांठ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर व्यक्त की खुशी, मंदिर भी सजे, बांटी मिठाई

राजौरी (द स्टैलर न्यूज़ ), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने की पहली वर्षगांठ अलग-अलग जगहों की तरह राजौरी में भी सरकारी आदेशों को मध्यनजर रखते हुए बेहद साधारण ढंग से मनाई गई। भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने भाजपा पार्टी कार्यालय राजौरी सहित गली मोहल्ले, व घरों में राष्ट्रीय ध्वज लगाकर उत्साह व्यक्त किया व लोगों में मिठाई बांटी। भाजपा मंडलों में राष्ट्रीय ध्वजारोहण किया गया। अनुच्छेद 370 को एक साल पूरा हो गया है। राजौरी में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में मौजूदा हालात व सरकारी आदेशों का पालन करते हुए इस पहली वर्षगांठ को साधारण तौर तरीके के साथ मनाया गया।और राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। लॉकडाउन के चलते लोगों व बच्चों ने घरों के अंदर से ही देश भक्ति के जयघोष लगाए और भाजपा नेता, कार्यकर्ताओं ने गली मोहल्ले व घरों की छतों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाकर उत्साह व्यक्त किया।

Advertisements

रात को राजौरी के मुख्य बाजार में रघुनाथ मंदिर में राम जन्म भूमि के उद्धघाटन को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया। भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि 5 अगस्त के दिन खासकर जम्मू कश्मीर की आवाम के लिए नेई आजादी का दिन है। 370 ने जम्मू कश्मीर को मात्र बेरोजगारी और आतंक ही दिया। जम्मू-कश्मीर प्रशासन की तरफ से विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के मोदी सरकार के 5 अगस्त 2019 के फैसले की पहली सालगिरह के मौके पर कोई बड़ा आयोजन तो नहीं करवा सके। नेता कार्यकर्ताओं ने शहर गांव मोहल्ले स्तर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक कदम उठाकर जम्मू कश्मीर के लोगों को न्याय दिलवाया।

आज हम खुश हैं। अनुच्छेद 370 व 35ए के हटाये आज एक वर्ष पूरा हो गया है। भाजपा ने शहर की गलियों , मोहल्ले के साथ साथ जिला के गांवों में भी लोगों ने अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराए और खुशी व्यक्त की। इस मौके पर अन्य नेता भी मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर राम जन्म भूमि मंदिर के उद्घाटन को लेकर पटाखे जलाकर जश्न मनाया गया राजौरी के मुख्य बाजार के अंतर्गत श्री रघुनाथ नाथ मंदिर में भी रात्रि देश भक्ति व धर्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सनातनधर्म सभा व मंदिर को अंदर बाहर से सजावट की गई थी। इस मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

बतादें कि कश्मीर में बुधवार को कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंकाओं को देखते हुए मंगलवार से ही कफ्र्यू लगा दिया गया। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने का मोदी सरकार का फैसला अब भी कश्मीर में विवादास्पद और बहस का मुद्दा बना हुआ है, जहां तमाम लोग इसे जम्मू-कश्मीर के भारत के दखल के तौर पर देखते हैं।

दो सबसे बड़े स्थानीय राजनीतिक दलों नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेताओं ने 5 अगस्त को ‘काला दिन’ करार दिया है। अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के बाद बड़े पैमाने पर राजनीतिक गिरफ्तारियों के बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित दोनों दलों के कई नेता एक साल तक नजरबंदी में रखे गए थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here