हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। 6 जनवरी के बाद अपने-अपने चुनाव निशान लेकर प्रचार में उतरे उम्मीदवारों की चहल कदमी तेज होती जा रही है। बमसन तहसील मुख्यालय की प्रमुख पंचायत बारीं में प्रधान पद की लड़ाई दिलचस्प दौर में पहुंच चुकी है। यहां कहने को तो चार उम्मीदवार प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन लड़ाई केवल दो गावों में सिमटती नजर आ रही है।
पंचायत में पांच वार्ड हैं लेकिन चारों उम्मीदवार दो गांवों बारीं और छत्रैल से ही संबंधित है। पंचायत के झनिककर एवं चाहड़ से पंचायत प्रधान के लिए कोई भी उम्मीदवार न होने से सबकी नजरें इन्हीं क्षेत्रों के मतदाताओं पर टिकी है। छत्रैल गांव से रविन्द्र ठाकुर और सरवन कुमार प्रधान पद के उम्मीदवार हैं तो बारी से देश राज तथा सुनील कुमार प्रधान पद के उम्मीदवार हैं। बारीं पंचायत का प्रधान इस बार कौन बनेगा इसका फैसला पंचायत के 1481 वोटर 19 जनवरी को करेंगे।
गांव बारीं वार्ड नंबर 2 के स्थाई निवासी देश राज चौहान 2010 में बारीं पंचायत के प्रधान बने। इस बार ओपन सीट होने के कारण वह फिर से मैदान में हैं। देश राज शुरुआत से ही अन्य उम्मीदवारों को टक्कर दे रहे हैं। उनके पक्ष में सहानुभूति की लहर भी दिख रही है क्योंकि पिछले वर्ष ही उनकी पत्नी तथा माता का लंबी बीमारी के बाद देहांत हुआ।
रविन्द्र कुमार पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं। उनके जोश व उत्साह को देखते हुए शेष तीनों उम्मीदवारों को अब अलर्ट होना पड़ गया है। पेशे से पत्रकार रविन्द्र पिछले पांच साल से लगातार जनता के संपर्क में हैं तथा चुनाव प्रचार में बढ़त बनाए हुए है। रविन्द्र कुमार की पकड़ छत्रैल में मजबूत मानी जा रही है।
सरवन कुमार पूर्व उप प्रधान एवं प्रधान रह चुके हैं। इस बार फिर वह चुनाव लड़ रहे हैं। सरवन कुमार का चुनाव प्रचार धीमा लेकिन पैना चला हुआ है। उनके अपने परम्परागत वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश अन्य तीन उम्मीदवार कर रहे हैं। सरवन कुमार को झनिक्कर, बारीं, चाहड़ और छत्रैल में अपने पुराने वोटरों पर भरोसा है।
गांव बारीं वार्ड नंबर 2 के ही स्थाई निवासी सुनील कुमार की पत्नी अर्चना चौहान सुजानपुर भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष है। इनके पिता स्वर्गीय अनन्त राम भी बारीं पंचायत के उम्मीदवार रह चुके हैं। सुनील कुमार भी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।