मुख्यमंत्री द्वारा उद्योगपतियों को दुनिया भर में ‘ब्रांड पंजाब’ को उभारने के लिए आगे आने का न्योता

लुधियाना, 6 फरवरीः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज उद्योगपतियों को 23 और 24 फरवरी को ‘निवेश पंजाब सम्मेलन’ में दुनिया भर से शिरकत करने आ रहे उद्योगों के सामने ‘ब्रांड पंजाब’ को उभारने के लिए आगे आने का न्योता दिया है। आज यहां एक सैशन के दौरान उद्योगपतियों के साथ विचार-चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में पंजाबियों को उनकी सख़्त मेहनत और उद्यमी गुणों के कारण जाना जाता है। उन्होंने कहा कि पंजाबी उद्यमियों ने वैश्विक स्तर पर अपनी काबिलीयत को सिद्ध भी किया है और अब दुनिया के आगे राज्य की अथाह क्षमता का प्रगटावा करने का समय आ चुका है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य को देश का औद्योगिक केंद्र बनाना समय की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यहाँ उद्योपतियों को सम्मेलन के लिए न्योता देने नहीं आए बल्कि उद्योगपतियों को राज्य सरकार का सहयोग करते हुए सम्मेलन में पहुँचने वाले औद्योगिक दिग्गज़ों की मेज़बानी करने के लिए बढ़-चढ़ कर आगे आना चाहिए। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब औद्योगिक विकास में अग्रणी राज्य बन कर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की राष्ट्रीय जी. डी. पी. में राज्य का तीन प्रतिशत योगदान है। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती उपजाऊ है और यहां असाधारण स्वभाव वाले लोग हैं जो देश और इसके लोगों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। भगवंत मान ने कहा कि स्टार्ट अपज़ में राज्य पहले नंबर पर है और पंजाब के उद्यमियों ने विश्व की अर्थव्यवस्था में अमिट छाप छोड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग और वाणिज्य को अधिक बढ़ावा देने के लिए पंजाब के लिए नयी औद्योगिक नीति लागू की है। उन्होंने कहा कि यह नीति सभी भाईवालों ख़ास कर उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई है। भगवंत मान ने कहा कि इस नीति के सम्बन्ध में यदि कोई और सुझाव है तो हम उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्दी ही स्टैंप पेपरों के लिए कलर कोडिंग (विशेष रंगों वाले स्टैंप पेपर) लागू करेगी जिससे उद्योगपतियों को उनके नये प्रोजेक्टों के लिए जल्दी मंज़ूरी दी जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उद्योगपतियों को सम्मेलन के लिए न्योता देने के लिए चेन्नयी, हैदराबाद और मुंबई गए थे। उन्होंने कहा कि इन महानगरों के औद्योगिक अदारे राज्य में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाओं के बारे जान कर हैरान थे। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के अथक यत्नों स्वरूप यह उद्योगपति अब पंजाब में निवेश करने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को और मज़बूत करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि इससे पहले सिंगल विंडो सेवा सिर्फ़ छलावा थी और इसका कोई सार्थक उद्देश्य नहीं था, जिसने न सिर्फ़ संभावित निवेशकों का मनोबल तोड़ा बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास में भी रूकावटें डालीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने यह यकीनी बनाया कि सिंगल विंडो सिस्टम राज्य में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों के लिए सही मायनों के तौर पर सुविधा के तौर पर काम करे।
मुख्यमंत्री ने तंज़ कसते हुये कहा कि पहले उद्योगपतियों को अपने प्रोजैकट के लिए सत्ताधारी परिवारों के साथ समझौतों पर दस्तखत करने पड़ते थे परन्तु जबसे उन्होंने राज्य की बागडोर संभाली है, अब पंजाब निवासियों के हित में समझौतों पर दस्तखत किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि पहले रसूखदार परिवारों को इन समझौतों का लाभ मिलता था परन्तु अब पंजाबियों को इसका लाभ मिलेगा। भगवंत मान ने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए अथक यत्न कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में बिजली मुख्य भूमिका अदा करती है और राज्य ने पछवाड़ा खाने से कोयले की सप्लाई फिर शुरू होने के बाद फ़ाल्तू बिजली उत्पादन बढ़ाने की तरफ कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इससे यह यकीनी हो जायेगा कि राज्य में किसी भी थर्मल पावर प्लांट को कोयले की किसी किस्म की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। भगवंत मान ने कहा कि उद्योगपतियों को निर्विघ्न बिजली सप्लाई देना राज्य सरकार का फर्ज है। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को अपने कारोबार को और फैलाने के लिए बढ़िया बुनियादी ढांचे, बिजली, कौशल मानवीय साधनों और औद्योगिक और काम के बेहतर माहौल के साथ-साथ सुखद परिस्थितियों का अधिक से अधिक फ़ायदा उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नये विचारों और नवीनतम खोजों के लिए हमेशा तैयार है। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पंजाब उद्यमियों के सक्रिय सहयोग के साथ देश का औद्योगिक केंद्र बन कर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार जल्दी ही राज्य भर में 20 समर्पित ग्रामीण औद्योगिक हब स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि यह यूनिट उद्योगपतियों को अपने यूनिट स्थापित करने में सुविधा देने के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ लैस होंगे। भगवंत मान ने अपने यूनिट स्थापित करने का चयन करने वाले उद्योगपतियों को पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाते हुए कहा कि राज्य सरकार पंजाब में औद्योगिक विकास में तेज़ी लाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद ज़ाहिर की कि 23-24 फरवरी को होने जा रहा ‘निवेश पंजाब सम्मेलन’ राज्य के औद्योगिक विकास को बड़ा बढ़ावा देने के लिए मील पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस समागम के प्रबंधों को पहले ही अंतिम रूप दे दिया है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में औद्योगीकरण को बढ़ावा देने का मुख्य मंतव्य नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा करके राज्य से काबिल नौजवानों के विदेश जाने के रुझान पर रोक लगाना है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ भी शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल इन सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास को यकीनी बनाऐंगे। भगवंत मान ने कहा कि विद्यार्थियों के विकास को उनकी रुचि अनुसार यकीनी बनाया जायेगा और यह स्कूल भविष्य के लिए माहिर तैयार करेंगे। इससे पहले निवेश प्रोत्साहन मंत्री अनमोल गगन मान ने शख्सियतों का स्वागत किया। इस मौके पर उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव दलीप कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत, सी. ई. ओ. इनवैस्ट पंजाब के. के. यादव, एडीशनल सी. ई. ओ इनवैस्ट पंजाब डा. सुमित जारंगल और अन्य भी उपस्थित थे।

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