होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: मुक्ता वालिया। श्रीमती सरस्वती देवी मैमोरियल एजुकेशनल एंड वैल्फेयर सोसायटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई-रौशनी (अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत हैंडहोल्डिंग बैठक 10जून को सिंगड़ीवाला में कि गई। जिसमें सोसायटी की चीफ आर्गेनाइजर पूजा शर्मा जी ने सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने स्मार्ट कार्ड के उपयोग के बारे में बातचीत की जिसमे उन्होंने बताया कि आमतौर पर स्मार्ट कार्ड के उपयोग के बारे में अधिकांश लोगों को यह गलतफहमी है कि इसका उपयोग अस्पताल में लंबे समय के लिए भर्ती रहने के दौरान ही किया जा सकता है, जबकि ऐसा नहीं है।
शासन ने डे केयर के कई मामलों में इसके उपयोग की सुविधा दी है। इसमें दंत रोग, कान और नाक के रोग, कुत्ते के काटने, सिटी स्केन, एमआरआई, डायलिसिस आदि कई ऐसे मामले हैं, जिनमें मरीजों को लंबे समय तक भर्ती नहीं रहना पड़ता, पर वे इससे स्मार्ट कार्ड की सुविधा का लाभ ले सकते हैं। सोसायटी के अध्यक्ष निपुण शर्मा ने बताया कि स्मार्ट कार्ड, आकार और आकृति में आपके सामान्य क्रेडिट कार्ड जैसा ही होता है, लेकिन अंदर से यह पूरी तरह अलग होता है। इसके अंदर एक एम्बेडेड माइक्रोप्रोसेसर होता है। चुंबकीय स्ट्रिप प्रौद्योगिकी की तुलना में स्मार्ट कार्ड पर माइक्रोप्रोसेसर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
स्मार्ट कार्ड सेटअप में, होस्ट कंप्यूटर और कार्ड रीडर कार्ड पर डेटा तक पहुंच प्रदान करने वाले माइक्रोप्रोसेसर के साथ वार्ता करता है। हालांकि स्मार्ट कार्ड एम्बेडेड माइक्रोप्रोसेसर बहुत लोकप्रिय हैं, लेकिन यहां अन्य विविधताएं भी मौजूद हैं। वे मेमोरी कार्ड और कांटेक्टलेस कार्ड हैं। उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहना चाहिए ताकि इस तरह कि स्कीमों का भरपूर लाभ उठाया जा सके इसके लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए। इस अवसर पर मलविंदर कौर, दलवीर कौर, बलविंदर कौर, बरजिंदरपाल कौर आदि उपस्थित थे।