बछवाड़ा/बेगूसराय (द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: राकेश कुमार। भारतीय लोकतंत्र में आम लोग एवं सरकारी कार्य में आमसभा सर्वोपरि है। मगर, जब इस आमसभा की परवाह लोक सेवक भी नहीं करते तो समझिए की लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसे लोकतंत्र पर महज एक धब्बे के रूप में बछवाडा़ सीडीपीओ कार्यरत हैं, जिन्हें आमसभा की कोई परवाह ही नहीं है।
बेगूसराय के बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के रसीदपुर पंचायत में प्रखंड विकास पदाधिकारी के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका के चुनाव के लिए शुक्रवार 12 जुलाई को आमसभा का आयोजन किया गया। लेकिन, सभा से पदाधिकारी ही नदारद रहे। स्थानीय लोगों के अनुसार शुक्रवार को सुबह 11बजे से रसीदपुर पंचायत के वार्ड न. 7 में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका के चुनाव हेतु आमसभा करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दिया था, जिसमें प्रखंड कार्यालय से एक पदाधिकारी को भी पहुंचना था।
शुक्रवार को नियत समय पर सभास्थल पर ग्रामीण तो पहुंच गए लेकिन शाम के तीन बजे तक कोई पदाधिकारी नहीं पहुंच सका। आमसभा में पदाधिकारियों के न पहुंचने से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। लोगों ने बताया कि जिस पदाधिकारी को आमसभा में भाग लेना था उन्हें किसी शादी में जाना था इसलिए उन्होंने आमसभा में भाग लेना जरूरी नहीं समझा और शादी में चले गए।
पदाधिकारियों का यह रवैया कोई नया नहीं है बल्कि अक्सर ऐसा होता रहता है कि आमलोगों को समय की अहमियत न देकर पदाधिकारी अपने तय कार्यक्रम को घण्टों इंतजार करवाने के बाद अगले दिन के लिए टाल देते हैं। उपरोक्त तथ्यों को लेकर जब सीडीपीओ से विचार जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने मोबाइल कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं मामले में आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका सुधा कुमारी ने कहा कि वह प्रखंड कार्यालय पहुंची थी जहां से उन्हें आमसभा में भाग लेने जाना था लेकिन भारी बारिश की वजह से सभास्थल पर नहीं जा सकी। अब अगली आमसभा 22 जुलाई के बाद की जाएगी जिसकी सूचना स्थानीय लोगों को पहले ही दे दी जाएगी।