होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। थोड़े समय पहले बी भाजपा से दल बदलकर कांग्रेस को अपनाने वाले दलबदलू नेताओं द्वारा भाजपा की हिटलरशाही का बयान देने वाले छुटभैय्या कांग्रेसी नेताओं का बयान बहुत ही हास्यपद है। क्योंकि, जब तक यह नेता भाजपा में थे तो कांग्रेस की तानाशाही की बातें करते थकते नहीं थे। यह बात भाजपा नेताओं भाजपा जिला उपाध्यक्ष पार्षद सुरेश भाटिया बिट्टू, महासचिव विनोद परमार व पार्षद निपुण शर्मा, अश्विनी गैंद, अमित आंगरा व अशोक सैनी ने आज यहां जारी प्रैस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कुछ आधारहीन लोगों को सिर्फ बयानबाजी के लिए रखा हुआ है।
कहा, कि जब भाजपा में थे तब कांग्रेस की तानाशाही की बातें करते थे
जबकि जनता में उनकी छवि व आधार सभी को पता है। यह दोनों भाजपा छोडक़र कांग्रेस में आए नेताओं को पिछली बार नगर गिम चुनाव में जनता ने बुरी तरह लताड़ा कर रिजैक्ट किया था। ऐसे नेताओं को पार्टियों की नीतियों के बारे में बयानबाजी करने के लिए कोई नैतिक हक नहीं है। देश में दूसरी बार मोदी सरकार को जनता ने पहले से भी अधिक मतों से इसलिए जताया है, क्योंकि लोग कांग्रेस के तानाशाही रवैये, भ्रष्टाचार व संविधान का अनादर करने के लिए बुरी तरह खिलाफ थे। 1975 में इमरजैंसी लगाकर कांग्रेस ने पूरे देश को जेलखाना बना डाला था तथा संविधान की धज्जियां उड़ाई थी। ऐसे बयान देने से पहले इन नेताओं को अपने में झांकना चाहिए। भाजपा नेताओं ने कहा कि छज्ज तां बोले पर छाननी बोले यह समझ से परे है।