राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। रक्षाबंधन का पर्व जिले भर में कोरोना महामारी के बावजूद भी धूमधाम के साथ मनाया गया। प्रशासन ने मिठाई, मेंनयारी दुकानों को रक्षा बंधन पर्व के मध्यनजर खुली रखने की अनुमति दे रखी थी ताकि भाई-वहन एक दूसरे के लिए उपहार व मिठाई राखियां खरीद फरोख्त कर सकें। मिठाई की दुकानों के बाहर लोगों की कतारें लगी दिखी वहीं प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
सीमा पर तैनात जवानों की कलाइयों पर भी क्षेत्र की युवतियों ने राखियां बांधी। इस अवसर पर कुछ एक युवाओं ने पतंगबाजी की और देर शाम तक पतंगबाजी का सिलसिला जारी रहा। लेकिन वीते वर्ष से नजारा देखने को बहुत ही कम था। और जिनको लॉक डाउन में पतंग उड़ाने को नहीं मिली उन युवाओं ने डीजे की धुन पर नाचगान किया। भारत-पाक नियंत्रण सीमा के साथ सटे सीमावर्ती क्षेत्र राजौरी में तैनात जवानों को क्षेत्र की स्थानीय युवतियां ने राखियां बांध लंबी उम्र की कामना की। सेना, सीआरपीएफ , बीएसएफ जवानों ने बहनों को तोहफे दिए। रक्षाबंधन पर्व के शुभ मौके पर सीआरपीएफ 72 बटालियन अधिकारी केके दहिया , अधिकारी आरके मीना, सीआरपीएफ अधिकारी ओंकारनाथ आदि जवानों ने बहनों का शुक्रिया अदा करने के साथ उन्हें उपहार भेंट किए। रक्षा बंधन के अवसर पर बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर राखियां बांध कर उनकी लंबी आयु की कामना की।
सबसे पहले बहनें घर मे बने मंदिर में गई यहां पर गणेश जी के चरणों से तिलक लाकर भाइयों के माथे पर लगाकर उन्हें राखियां बांधी। इसके उपरांत भाइयों ने भी बहनों को तोहफे भेंट किए। इसके साथ साथ सीमा पर तैनात जवानों की कलाइयों पर आसपास के क्षेत्रों में रहने वाली युवतियों ने जाकर राखियां बांधी ताकि जवानों को यह एहसास न हो की वह अपनी बहनों से दूर है। इसके बाद बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांध कर लंबी आयु की कामना की। पर खास करके मिठाइयों की दुकानों पर काफी भीड़ देर शाम तक नजर आती रही। वहीं इस अवसर पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। वहीं कुछ जगह रक्षाबंधन पर्व पर सनाटा भी नजर जरूर आया। रक्षा बंधन मनाने को लेकर कईं लोग पैदल सफर करते भी देखे गए।