चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों और शैक्षिक संस्थाओं को तम्बाकू से पूरी तरह मुक्त करने को यकीनी बनाने के लिए फिर निर्देश जारी किये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार स्कूलों और शैक्षिक संस्थाओं को तम्बाकू से मुक्त करने के लिए भारत सरकार की तरफ से प्राप्त हुए दिशा निर्देशों के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग के डायरैक्टर जनरल ने इस सम्बन्ध में समूह शिक्षा अफसरों और स्कूल मुखियों को पत्र जारी कर दिया है। गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से पहले ही स्कूलों और इसके आसपास को तम्बाकू मुक्त करने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं और पंजाब सरकार ने राज्य भर में गुटका और पान-मसाला जैसी तम्बाकू वस्तुओं पर पाबंदी लगाई हुई है। भारत सरकार की नयी हिदायतों के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों को तम्बाकू से पूरी तरह मुक्त करने के लिए फिर हिदायतें जारी की हैं।
प्रवक्ता के अनुसार भारत सरकार की तरफ से नवीन दिशा-निर्देश में कहा गया है कि तम्बाकू के कारण दुनिया भर में तंबाकू से बड़े स्तर पर मौतें हो रही हैं और इन मौतों से बचा जा सकता है। ग्लोबल यूथ तंबाकू सर्वे (जी.वाई.टी.एस.) की साल 2009 की रिपोर्ट में भारत में 13 से 15 साल के 14.6 प्रतिशत विद्यार्थी किसी न किसी रूप में तम्बाकू का प्रयोग करते होने की बात सामने आई थी। इसके बाद ग्लोबल ऑडिट तम्बाकू सर्वे 2016 -17 में कहा गया था कि भारत में 15 साल या इससे अधिक आयु के 28.6 प्रतिशत व्यक्ति तम्बाकू का सेवन करते हैं जिसका लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। तम्बाकू के बुरे प्रभावों के कारण ही सरकार ने 2007-08 में नेशनल तम्बाकू कंट्रोल प्रोग्राम शुरू किया था जिसके तहत स्कूली विद्यार्थियों को जागरूक करने पर जोर दिया गया था। पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से तम्बाकू के खतरनाक प्रभावों के बारे पहले ही विद्यार्थियों को लगातार जागरूक किया जा रहा है।