होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: समीर सैनी। श्रावण माह के नवरात्रों में माता चिंतपूर्णी के दर्शनों को जाने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं एवं आस्था को ध्यान में रखते हुए जिला मैजिस्ट्रट द्वारा माता चिंतपूर्णी मार्ग पर पड़ते शराब के ठेके बंद रखने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन दुख की बात है कि जिला मैजिस्ट्रक के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए ठेकेदार द्वारा आदमवाल एवं चौहाल स्थित ठेका खोल कर रखा गया है। जिससे जहां सरकारी आदेशों की अवेहलना हो रही है वहीं लोगों की आस्था से भी खिलवाड़ हो रहा है। इतना ही नहीं इन आदेशों को लागू करवाने वाले एक्साइज़ विभाग के अधिकारी भी गहरी नींद में जान पड़ते हैं, जो जिला मैजिस्ट्रेट के आदेश लागू करवाना जरुरी नहीं समझ रहे। जानकारी अनुसार मेले के मद्देनजऱ जिला मैजिस्ट्रेट ने श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए माता चिंतपूर्णी मार्ग पर पड़ते शराब के ठेके बंद रखने के आदेश जारी किए थे। पता चला है कि उक्त मार्ग पर पड़ते शराब के ठेके अकाली दल से संबंधित एक विधायक के हैं और राजनीतिक एवं विभागीय पहुंच के चलते उनकी तरफ कोई देखना भी जरुरी नहीं समझता व ऐसे में कार्यवाही की बात तो दूर की कौड़ी जान पड़ती है।
एक तरफ पहले ही कोरोना के कारण लगाई गई पाबंदियों के चलते कहीं न कहीं लोगों में रोष की लहर है तथा ऊपर से सरकारी आदेशों के सरेआम हो रही अवहेलना को रोकना संबधित विभाग द्वारा जरुरी नहीं समझा रहा। श्रद्धालुओं का कहना है कि सारे नियम उन्हीं पर लागू होते हैं कि माता के दर्शन करने हैं तो पहले रिपोर्ट दिखाओ या वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र। लेकिन पाबंदी के बावजूद खुले हुए शराब के ठेकों पर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही, इसकी जांच होनी चाहिए। लोगों का कहना है कि पाबंदी के बावजूद शराब के ठेकों का खुलना कहीं न कहीं ठेकेदार व विभाग की मिलीभगत की तरफ इशारा जरुर करता है। इसलिए उच्चाधिकारियों को इसकी जांच करके आरोपियों के खिलाफ बनती कार्यवाही को अमल में लाना चाहिए।
इस बारे में बात करने पर सहायक एक्साइज कमिशनर ए.एस कंग का रवैया कुछ सकारात्मक नहीं लगा तथा उन्होंने देखते हैं कि बात कहते हुए अपनी बात खत्म कर दी। उनके रवैये से लग रहा था कि जैसे वे सबकुछ जानकर अंजान बन रहे हों और कार्यवाही से बच रहे हों।
इस बारे में थाना सदर प्रभारी सुरजीत सिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि शराब के ठेकों पर कार्यवाही करना एक्साइज विभाग का काम है। इंस्पैक्टर सुरजीत सिंह ने कहा कि अगर उनके उच्चाधिकारी इस संबंधी उन्हें निर्देश जारी करते हैं तो वह कार्यवाही जरुर करेंगे।