हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा। हिमाचल प्रदेश खराब वित्तीय स्थिति से जूझ रहा है। आर्थिक संकट के कारण प्रदेश में सरकारी कर्मियों के वेतन व पेंशन के लाले पड़े हैं। इतिहास में ये पहली बार हुआ है कि हिमाचल में कर्मचारियों का वेतन पहली तारीख को नहीं आया और उन्हें 5 तारीख तक इंतजार करना पड़ा। इसके साथ ही पेंशनर्स को भी लंबा इंतजार करना पड़ा। उन्हें मंगलवार दस सितंबर को सुबह खातों में पेंशन आने का मेसेज मिला तो चेहरे खिल उठे।
प्रदेश में वित्तीय संकट के कारण कर्मचारियों का डीए और संशोधित वेतनमान का एरियर का भुगतान होना तो दूर अब समय में खाते में सैलरी भी समय पर नहीं पड़ रही है। सरकारी सेवा में अपना पूरा जीवन देने वाले सेवानिवृत कर्मचारी कर रहे हैं। इस तरह से समय पर सैलरी और पेंशन न देने पर सुक्खू सरकार विपक्ष के निशाने पर है। देश भर में भी इस वजह से हिमाचल सुर्खियों में बना हुआ है, लेकिन इन सब के बीच आज महीने के 10 दिन बीतने पर पौने 2 लाख पेंशनरों के खाते में पेंशन क्रेडिट होने से बहुत बड़ी टेंशन दूर हो गई।
मोबाइल में मैसेज आते ही चेहरे पर आई चमक
हिमाचल में करीब पौने 2 लाख पेंशनर पिछले कई दिनों से अगस्त महीने की पेंशन का इंतजार कर रहे थे। सेवानिवृत कर्मचारियों को पेंशन न मिलने से अपने जरूरी खर्च चलाने के लिए पैसे नहीं है। इस तरह से जीवन भर सरकारी क्षेत्र में सेवाएं देने के बाद रिटायर हुए इन कर्मचारियों के चेहरे पर शिकन है, लेकिन आज सुबह मोबाइल में पेंशन खाते में क्रेडिट होने का मैसेज आते ही लाखों पेंशनरों के चेहरे पर चमक बिखर गई। राज्य सरकार ने पेंशनर्स को 10 तारीख को पेंशन देने के लिए वादा किया था जो आज पूरा हो गया।