कतना परिवार का साथ छोडऩे पर है खेद, पर पार्टी में अनुशासन सबसे ऊपर: कैबिनेट मंत्री अरोड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व पार्षद मोनिका कतना एवं उनके परिवार का कांग्रेस पार्टी के साथ काफी गहरा नाता रहा है। वे भले ही कांग्रेस पार्टी के सीधे तौर पर सदस्य नहीं थे, लेकिन विधानसभा के चुनाव में उन्होंने कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा की खुलकर मदद की तथा जीतने के बाद श्री अरोड़ा ने भी उनके वार्ड में बहुत सारे विकास कार्य करवाकर उनके द्वारा निभाए साथ का ऋण मोडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन एक परिवार में दो लोगों को टिकट की मांग पार्टी सिद्धांतों के खिलाफ है तथा पार्टी इसकी किसी भी सूरत में आज्ञा नहीं देती। उनके द्वारा इस बात से नाराज होकर त्यागपत्र दिया जाना बेहद दुखद है तथा पार्टी निर्देशों का पालन करते हुए उनका त्यागपत्र मंजूर कर लिया गया है। यह जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान डा. कुलदीप नंदा ने पूर्व पार्षद मोनिका कतना द्वारा त्यागपत्र दिए जाने के बाद उसे स्वीकार करते हुए पत्रकारों को दी।

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जिला कांग्रेस अध्यक्ष डा. कुलदीप नंदा ने स्वीकार किया पूर्व पार्षद कतना का त्यागपत्र

दूसरी तरफ इस बारे में कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा ने कहा कि कतना परिवार के साथ उनके राजनीतिक ही नहीं बल्कि पारिवारिक संबंध हैं तथा उनका साथ छोडक़र जाने पर उन्हें बहुत खेद एवं दुख है। उन्होंने कहा कि हमारे कतना परिवार के साथ मतभेद तो हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं हैं तथा पार्टी सिद्धांतों से बढक़र कुछ भी नहीं है। उनके द्वारा एक परिवार में निगम चुनाव हेतु दो टिकटों की मांग करना तर्कसंगत नहीं है तथा न ही पार्टी इसकी इजाजत देती है। इससे क्षुव्ध होकर अगर वह त्यागपत्र देते हैं तो यह उनका अपना निर्णय है व जिला अध्यक्ष द्वारा इसे स्वीकार कर लिया गया है। श्री अरोड़ा ने कहा कि कतना परिवार के लिए कांग्रेस के द्वार सदैव खुले हैं तथा वे जब भी चाहें वापसी कर सकते हैं। हम एक ही परिवार का हिस्सा हैं तथा हम सभी को पार्टी में अनुशासन का पालन करना चाहिए। क्योंकि, पार्टी के अनुशासन से ऊपर कोई चीज नहीं होती।

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