हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खु के गृह जिला हमीरपुर में वीरवार को कुलदीप सिंह राठौर का आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शिमला प्रकरण के बाद सुक्खु समर्थकों के बहुमत वाले हमीरपुर कांग्रेस संगठन में कुलदीप सिंह राठौर जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास करेंगे। वहीं प्रकरण से आहत सुक्खु समर्थक अपने गृह जिला में कितनी शांति से कांग्रेस मीटिंग में शामिल होते हैं, इस पर सबकी नजरें रहेगी।
नए पी.सी.सी. अध्यक्ष कुलदीप राठौर का सिरमौर एवं सोलन जिलों का दौरा बेशक शांतिमय रहा लेकिन पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खु के गृह जिला हमीरपुर के सर्किट हाउस में वीरवार को होने वाली मीटिंग में सुक्खु समर्थकों का आक्रोश फूट सकता है।
जिला कांग्रेस कमेटी से लेकर ब्लाक कमेटियों तक सुक्खु समर्थकों का बहुमत
काबिलेगौर है कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह गजोह की जनसभा में जिस तरीके से सुक्खु एवं सुक्खु समर्थकों पर बरसे थे, उसके बाद हमीरपुर जिला कांग्रेस संगठन आक्रोशित हो उठा। तीन जिला सचिवों ने इसके विरोध में इस्तीफ़े तक दे डाले थे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने तो इस संबंध में प्रैसवार्ता कर गजोह की जनसभा में सुक्खु समर्थकों पर चले शब्दवाणों को अनुशासनहीनता का मामला मान इसकी रिपोर्ट राहुल गांधी तक पहुंचाने की बात कही थी।
ऐसे में पार्टी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के सामने सुक्खु समर्थकों का क्या रवैय्या रहता है, इसे लेकर कांग्रेस के अंदर ही सुगबुगाहट चली हुई है। कुलदीप राठौर के पार्टी अध्यक्ष बनने और हमीरपुर में पहले दौरे के दौरान किसी गुट की तरफ से कोई अप्रिय घटना न घटे, इसके लिए खूब मंथन चला हुआ है। कुलदीप सिंह राठौर के अब तक के सख्त संकेतों के बावजूद अगर कांग्रेस की गुटबाजी वीरवार को खुलकर सामने आती है तो इसके दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे।