गगरेट(द स्टैलर न्यूज़)। स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के शहादत दिवस पर नेहरू युवा मंडल के अध्यक्ष देवीलाल ने गांधी सेवा आश्रम ओयल में चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर पुष्पमाला अर्पित की और अंग्रेजों का डटकर सामना करने वाले स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद का 89वां शहादत दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि हर साल 27 फरवरी को आजाद के इस बलिदान को शहादत दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को एक आदिवासी ग्राम भाबरा में हुआ था। गुरुवार को शहादत दिवस के मौके पर नेहरू युवा मंडल गगरेट के अध्यक्ष देवीलाल में गांधी सेवा आश्रम ओयल में युवा मंडल के सदस्यों सहित चंद्रशेखर आजाद के चित्र माला अर्पित करके उनको याद किया। देवीलाल ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘चंद्रशेखर आजाद जी भारतीय इतिहास व हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के वो स्वर्णिम अध्याय हैं जिसके स्मरण मात्र से ही आज भी हर भारतीय के हृदय में असीम गौरव का भाव जागृत होता है।
मातृभूमि के लिए उनकी श्रद्धा, त्याग और बलिदान हमारे लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उन्हें शत-शत नमन।’उसके बाद गांधी सेवा आश्रम ओयल में उन्होंने एक तस्वीर को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने यह चित्र ओयल गांधी सेवा आश्रम की नीव रखनेे वाले स्वतंत्रता सेनानी माशा तीर्थ राम जी ने लगाया था। देवीलाल ने कहा कि आजादी के आंदोलन में चंद्रशेखर आजाद जी एल्फ्रेड पार्क गए तो किसी मुखबिर ने अंग्रेज सरकार को इसके बारेे में बताया कि चन्द्रशेखर आजाद पार्क में मौजूद है आगामी रणनीति तैयार कर रहे हैं, तभी वहां अंग्रेजों की एक टुकड़ी ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया।आजाद ने तुरंत खतरा भांपते हुए सुखदेव को वहां से सुरक्षित निकाल दिया और अंग्रेजों पर फायर कर दिया। लेकिन जब उनके पास आखिरी एक गोली बची तो उन्होंने उससे खुद के प्राण लेकर अपनी कथनी को सच साबित कर दिया था। एल्फ्रेड पार्क में 27 फरवरी 1931 को उनके दिए इस बलिदान को भारत कभी नहीं भुला पाएगा। इस अवसर पर नेहरू युवा मंडल के समस्त पदाधिकारियों ने ओयल आश्रम की साफ सफाई भी की इस अवसर पर गौरव शर्मा मलकीत सिंह दीपक शर्मा बिंदु रजनीश सहित ग्राम वासी उपस्थित थे।