जम्मू-कश्मीर में पहुंचे 885 जमाती, भारत-पॉक सीमा के साथ लगते 5 गांव सील

जम्मू/राजौरी(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। भारत-पॉक नियंत्रण रेखा के साथ सटे इन पांच भारतीय गांवों को पूरा सील कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। इन सीमावर्ती गांवों की गली, सडक़ों पर लोगों की आवाजाही की पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है। लोगों को घरों के अंदर रोका गया है।

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– कोरोना वायरस की गिनती हुई 70, जम्मू में 5, कश्मीर घाटी में 3 मामले

इसकी पीछे की पूरी बजह हम आपको आगे इसी खबर में बताएंगे इससे पहले बतादें कि जम्मू कश्मीर में 885 जमाती पहुंचे हैं। जिनकी गिरफ्तारी कर उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। और जम्मू कश्मीर के लोगों ने तब्लीगी जमात के लापरवाही बरतने बाले लोगों के खिलाफ जम्मू कश्मीर के लोगों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। देरशाम को मिली ताजा जानकारी के मुताबिक जम्मू- कश्मीर में कोरोना वायरस से संक्रमित पांच और नए मामले सामने आए हैं। यह सभी जम्मू संभाग के हैं। इनमें जम्मू जिला से तीन जबकि ऊधमपुर जिले के 2 लोग शामिल है। इन्हें मिलाकर केंद्र शासित राज्य में कोरोना वायरस (संक्रमित ) से पीडि़त मरीजों की संख्या बढक़र 70 हो गई है। इनमें 53 मामले कश्मीर संभाग से जबकि 17 मामले जम्मू संभाग से हैं।

प्रशासन के अनुसार 70 पॉजिटिव मामलों में 65 एक्टिव पॉजीटिव मामले हैं। 3 स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं जबकि 2 की मौत हो चुकी है। आगामी दिनों में जम्मू-कश्मीर में बढ़ सकते है उसके पीछे की वजह जम्मू-कश्मीर में पहुंचे 885 जमाती हैं।

मिली जानकारी के अनुसार जम्मू संभाग में आज सामने आए तीन पॉजीटिव मामले जीएमसी में गत दिनों संक्रमित पाए गए डाक्टर के ही परिजन है। चिंता की बात यह है कि संक्रमित डॉक्टर की पत्नी भी डॉक्टर है और वह मजालता तहसील के थियाल प्राइमरी हेल्थ सेंटर में तैनात है। उसके पति में संक्रमण पाए जाने से पहले वह भी नियमित तौर पर प्राइमरी हेल्थ सेंटर जा रही थी। ऐसे में सेंटर में तैनात दूसरे कर्मचारियों में संक्रमण होने की आशंकता के चलते उन्हें भी क्वारंटाइन किया गया है।

वहीं जिला बारामुला के सोपोर इलाके में रहने वाले 70 वर्षीय व्यक्ति का टेस्ट वीरवार को पॉजीटिव आने के बाद प्रशासन ने उसके पैतृक गांव अरामपोरा को रेड जोन घोषित कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि अरामपोरा सोपोर का रहने वाला यह व्यक्ति हाल ही में सऊदी अरब से लौटा है। उसे अस्पताल में रखा गया है जहां उसके नमूने टेस्ट के लिए भेजे गए थे। आज आई रिपोर्ट में उसका टेस्ट पॉजीटिव पाया गया है। इसके अलावा दो अन्य मामले श्रीनगर से हैं। यह दोनों लोग भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर बीमार हुए हैं। इन तीनों लोगों को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया है।

इसके अलावा, अब तक करीब 17677 लोगों जिनमें यात्री व संदिग्धों के संपर्क में आए लोग शामिल हैं, को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें 10694 लोगों को उनके घरों में ही क्वारंटाइन किया गया है। 622 को अस्पताल क्वारंटाइन केंद्र में, 62 को आइसोलेशन वार्ड जबकि 4109 लोगों को उनके घरों में ही निगरानी में रखा गया है। इसके अलावा 2187 व्यक्तियों ने अपनी 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है। यही नहीं अब तक 1084 नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। जिनमें 1010 नेगेटिव पाए गए जबकि 70 पॉजीटिव पाए गए हैं। अभी भी 4 लोगों के भेजे गए सैंपल की टेस्ट रिपोर्ट आना बाकी है। लोग टोल फ्री नंबर 108 पर कॉल कर सकते हैं।

श्रीनगर के छत्ताबल क्षेत्र को रेड जोन घोषित किया

श्रीनगर के छत्ताबल इलाके में चार पॉजीटिव मामले सामने आने पर प्रशासन ने इसे ‘रेड जोन’ घोषित कर दिया है। जिला प्रशासन ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इलाके में 4 पॉजीटिव मामले सामने आए हैं। इसी वजह से इसे रेड जोन घोषित किया गया है। इसके अलावा इस इलाके के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी इलाके बफर जोन में हैं।

वहीं भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के साथ लगते जिला राजौरी के गांव सरुला, डेरीधरा, मंगलनाढ़, गंभीर मुगला और कोटली गांव को रेड जोन घोषित किया गया है। इन पांच भारतीय गांवों को पूरा सील कर दिया गया है। चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। लोगों को घरों के अंदर रोका गया है। कोई भी व्यक्ति न इन गांवों में आ सकता है न ही बाहर जा सकता है। बतादें कि राजौरी के मंजाकोट तहसील क्षेत्र के रहने वाले तीन लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद प्रशासन ने तहसील के पांच गांवों को रेड जोन घोषित कर दिया है और पूरी तहसील में आने-जाने पर रोक लगा दी है।

मंजाकोट तहसील क्षेत्र में सेवानिवृत्त डॉक्टर, उसके पुत्र व एक अन्य डॉक्टर के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद डीएम राजौरी ने मोहम्मद नजीर शेख ने रेड जोन घोषित किया। इसके अलावा पूरी तहसील को सील कर दिया गया है। किसी को भी बाहर आने-जाने की अनुमति नहीं है। तहसीलदार मंजाकोट सगीर चौधरी ने कहा कि लोगों की मेडिकल जांच की जा रही है । हर गांवों में चार-चार डाक्टरों की टीमें बनाई गई हैं। एंबुलेंस को गांवों में रखा गया है। कानून खिलाफवर्जी करने बालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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