विद्यार्थियों के लिए प्रगति के मार्ग प्रशस्त करना ही है श्री दशमेश अकादमी का उद्देश्य: प्रो. हरप्रीत

होशियारपुर(द स्टैलर न्यूज़)। विद्या के क्षेत्र में प्रतिवर्ष उमदा प्रदर्शन करने वाली मैडिकल, नॉन मेडिकल व कामर्स विषयों में महारत हासिल समीप आईटीआई, जालंधर रोड स्थित श्री दशमेश अकादमी होशियारपुर विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल करने के लिए अपना योगदान तह दिल से दे रही है। एक खास पत्रकार वार्ता में बातचीत करते हुए अकादमी के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रो. हरप्रीत सिंह व अकादमी के सी.ई.ओ. गुरसेवक कौर ने बताया कि उनकी अकादमी विद्यार्थियों को 9वीं से 12वीं कक्षा तक राजकीय और राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करती है जिसका नतीजा प्रति वर्ष एक से बढक़र एक आ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी अकादमी में साधारण रूप से दाखिला नहीं होता पहले वह विद्यार्थियों की अपने संस्थान के अनुसार परीक्षा लेते हैं।

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अगर विद्यार्थी परीक्षा में सफल होते हैं तो ही उन्हें अकादमी में दाखिला दिया जाता है। प्रो. हरप्रीत सिंह ने बताया कि उनका संस्थान एक कोचिंग संस्थान है न कि स्कूल। उन्होंने कहा कि वह विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय कोचिंग प्रदान करते हैं जिससे बच्चे देश और विदेश में सफलता हासिल करते हैं। उन्होंने बताया कि अकादमी में सभी अध्यापक पोस्ट ग्रैजुएट व एम.फिल है। अकादमी विद्यार्थियों को एक ऐसा माहौल प्रदान करती है कि कोई भी पढ़ाई में दिलचस्पी रखने वाला विद्यार्थी अकादमी को छोड़ नहीं सकता। उन्होंने बताया कि रेगुलर टेस्ट, मॉक टेस्ट, करियर काउंसलिंग के अलावा जिंदगी को अनुशासित ढंग से व्यतीत करने और अच्छे इंसान बनने की प्रेरणा दी जाती है।

उन्होंने कहा हमारे संस्थान में अगर कोई भी विद्यार्थी जो चाहे पढ़ाई में बहुत ही कमजोर हो वह भी अच्छे अंक प्राप्त कर बधाई का पात्र बनता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि उन्होंने अकादमी में विद्यार्थियों की गिनती को सीमित रखा है ताकि विद्या का माहौल कायम रह सके और माता-पिता के खर्च किए हुए पैसे व्यर्थ न जाए। उन्होंने कहा गरीब व होनहार बच्चों के लिए उनकी अकादमी के द्वार हमेशा खुले रहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई विद्यार्थी पढऩे लिखने में अच्छा है लेकिन दुर्भाग्यवश वह फीस नहीं दे पाता तो भी अकादमी उस को पढ़ाने में संकोच नहीं करती। उन्होंने कहा कि होशियारपुर शहर आज पंजाब में दूसरे नंबर पर है हम चाहते हैं कि कोई भी शिक्षक चाहे वह किसी भी संस्थान में पढ़ाता है या स्वयं शिक्षा प्रदान कर रहा है सब मिलकर अपने जिला को नंबर वन बनाएं और विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करें तभी हम उच्च स्तरीय नतीजे ला सकते हैं। विद्यार्थियों को अपील करते हुए अकादमी के डायरेक्टर ने कहा जिंदगी में कुछ बनना है तो 9वीं से 12वीं कक्षा तक मोबाइल फोन का दुरुपयोग तो दूर उपयोग ही न करें।

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